Wednesday, 12 December 2012

"Avtar Bani"

धन निरंकार जी।।।।

" इस जग दा सामान है झूठा अंत नाल नहीं जाणा ए।

साध संग मिल नाम नु जाणो जिस ने पार लंघाणा ए।

बिना नाम ते जनम मरण तो किसे नही बचाणा ए।

 गेड़ चौरासी लख जूनां दा रब दे ज्ञान मुकाणा ए।

ज्ञान गुरु दे बाझो बन्दे अज तक किसे ने पाया नहीं।

कहे अवतार ज्ञान नही मिल्या जद तक गुरु रिझाया नही।"

धन निरंकार जी।

 

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