धन निरंकार जी।।।
भावें रब ए दाता जेहडा सभना दे नाल रहन्दा ए।
पूरा सतगुरु मिल जाये जेकर ता एह परदा लहन्दा ए।
पल पल याद करो इस रब नू माण दा भांडा चूर करो।
सिमर सिमर के एसे रब नू चिन्ता मन दी दूर करो।
साध चरन ते रख के सिर नू दूर दिलों हंकार करो।
ले अवतार गुरु पग धूड़ी अग्ग दा सागर पार करो।
धन निरंकार जी।।।
भावें रब ए दाता जेहडा सभना दे नाल रहन्दा ए।
पूरा सतगुरु मिल जाये जेकर ता एह परदा लहन्दा ए।
पल पल याद करो इस रब नू माण दा भांडा चूर करो।
सिमर सिमर के एसे रब नू चिन्ता मन दी दूर करो।
साध चरन ते रख के सिर नू दूर दिलों हंकार करो।
ले अवतार गुरु पग धूड़ी अग्ग दा सागर पार करो।
धन निरंकार जी।।।
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