Wednesday 18 July 2012

Avtaar bani

धन निरंकार जी

"उसदा वि ऐ गुरु सहारा जिसदा कोई सहारा नहीं

उसदा वि ऐ गुरु गुजारा जिसदा किते गुजारा नहीं

सत्गुर बाझो पापी बंदे नू न कोई परवान करे

मन दी हंगता सत्गुर ले के अनगिणत एहसान करे

कहे अवतार ज्ञान दी बख्शिश जद तिकर हो जांदी नहीं

जीवन मकसद दी बन्दे नू समझ कदी वि आंदी नहीं ! "

धन निरंकार जी





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